Thursday 11 June 2020

साल में दिन ये आता है एक बार


साल में दिन ये आता है एक बार,
महकती हैं हवाएं मचलती है बहार।
कहती है फिज़ा मुझसे ये बार-बार,
आज तुम्हारे के जन्मदिन पर 
यही कामना है मेरी,
महकी रहे मधुबन-सी जिंदगी,
खिला रहे गुलाबों सा मन।
कभी ना आये गमों की रजनी,
बरसता रहे खुशियों का सावन।
                                              ✍️  संजय

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